4 अगस्त 2025 को सावन का चतुर्थ सोमवार है, इस दिन सभी हिंदू भगवान शिव की व्रत के साथ पूजा करेंगे। सुबह जल्दी उठकर स्नान करके स्वच्छ होकर सभी भक्तगण मंदिर पहुंच जाते है। अपनी श्रद्धा अनुसार प्रसाद चढ़ाकर शिवलिंग का अभिशेख करते है, शिव चालीसा का पाठ करते है।
यहाँ हम आपको 4 अगस्त, 2025 को सावन का चतुर्थ सोमवार के दिन के शुभ मुहूर्त, पूजन विधि, पूजन सामग्री और विशेष उपायों के बारे में जानकारी दे रहे है। जिससे आपको समझने में बहुत आसानी होगी।
सावन का चतुर्थ सोमवार तालिका
विषय | विवरण |
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तिथि | 11 अगस्त 2025 (सोमवार) |
उपलक्ष्य | सावन का चौथा सोमवार – भगवान शिव की विशेष पूजा |
मुख्य अनुष्ठान | व्रत, शिव पूजा, शिव चालीसा पाठ, अभिषेक |
प्रमुख पूजा सामग्री | जल, दूध, दही, शहद, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते, शमी की जड़ |
पूजा विधि | 1. प्रातः स्नान कर व्रत संकल्प लें2. शिवलिंग का गंगाजल, दूध, दही, शहद आदि से अभिषेक करें3. बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी पत्र अर्पित करें4. शिव चालीसा, मंत्रों का पाठ करें5. आरती कर प्रसाद लें6. जरूरतमंदों को भोजन कराएं7. अगले दिन व्रत पारण करें |
विशेष उपाय | – शिवलिंग पर शमी के पत्ते व जड़ चढ़ाएं- मछलियों को आटे की गोलियां बनाकर खिलाएं- बेलपत्र पर “राम” नाम लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करें |
शुभ मुहूर्त | ब्रह्म मुहूर्त: 04:23 – 05:06 प्रातःअभिजीत मुहूर्त: 11:59 – 12:52 दोपहर |