तुला राशि वाले ओपल रत्न जिसका स्वामी शुक्र ग्रह है, और शुक्र ग्रह का रत्न ओपल (Opal gemstone) है। जैसा खूबसूरत यह रत्न है वैसे ही इसके कार्य भी है। ओपल रत्न सफ़ेद रंग का होता है और उसपर इंद्रधनुष की तरह रंग होते है, जो देखने में बहुत ही खूबसूरत और आकर्षक लगता है। इस रत्न को खासकर सुंदरता, प्रेम, ऐश्वर्य और रचनात्मकता के लिए धारण किया जाता है।
ओपल रत्न को लेकर अक्सर लोग थोड़ा भ्रमित रहते है की इस रत्न को किस उंगली में धारण करना चाहिए। आइये आज की ओस पोस्ट में जानें की तुला राशि वाले ओपल रत्न किस उंगली में पहनें? पूरी जानकारी, विधि, फायदे और कीमत
तुला राशि के लिए ओपल रत्न किस उंगली में पहनें?
वैसे तो शुक्र के रत्न को मध्यमा ऊँगली में धारण किया जाता है, लेकिन अगर ओपल (Opal gemstone) की बात की जाये तो इस रत्न के लिए सीधे हाथ की अनामिका उंगली (Ring Finger) सबसे श्रेष्ठ मानी गई है।
अनामिका उंगली शुक्र ग्रह से जुडी हुई रहती है ऐसा इसलिए क्योंकि अनामिका उंगली (Ring Finger) के ठीक निचे शुक्र पर्वत होता है। इसलिए अगर आप ओपल रत्न के पूर्ण प्रभाव लेना चाहते है तो इस रत्न को चांदी की मुद्रिका में जड़वाकर अनामिका उंगली में शुक्रवार के दिन धारण करना चाहिए।
ओपल रत्न पहनने की सही विधि
- ओपल रत्न को शुक्रवार के दिन सुबह 6 से 10 के बीच शुभ मुहूर्त में धारण करना चाहिए।
- ओपल को केवल चांदी या प्लैटिनम की ही अंगुठी में जड़वाकर धारण करना चाहिए।
- अंगूठी धारण करने से पहले अंगूठी का गंगाजल से शुद्धिकरण और सिद्ध करना अत्यंत आवश्यक है।
- शुक्र मन्त्र “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” का 108 बार जाप करना अतिआवश्यक है।
- रत्न धारण करने के बाद मंदिर के बाहर गरीबों को शक्कर, सफ़ेद मिठाई, चावल या सफ़ेद वस्त्र दान करना लाभदायक होता है।
तुला राशि वालों के लिए ओपल रत्न के लाभ
- प्रेम विवाह और वैवाहिक जीवन में मधुरता आती है।
- कला, फिल्म जगत, टीवी कलाकार, फैशन डिजाइन और मीडिया जैसे क्षेत्रों में सफलता मिलती है।
- खूबसूरती बढ़कर व्यक्तित्व बहुत आकर्षक हो जाता है।
- कारोबार में लाभ और आर्थिक स्तिथि में बढ़ोतरी होती है।
- सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है।
- पौरुष शक्ति बढ़ती है।
निष्कर्ष
तुला राशि और जातकों के लिए ओपल (Opal gemstone) शुक्र के समस्त शुभ और चमत्कारी लाभ प्राप्त करने का श्रेष्ठ माध्यम है। इस रत्न को सही विधि विधान से धारण करने से व्यक्ति के जीवन में ऐशो आराम आते है, वैवाहिक आनंद प्राप्त होता है, सौन्दर्य और पौरुष शक्ति बढ़ती है, जीवन के सभी क्षेत्रों में सकारात्मकता आती है।