गोमेद रत्न के फायदे और नुकसान
गोमेद रत्न के फायदे और नुकसान

गोमेद रत्न के फायदे और नुकसान, पहनने की विधि, कौन पहन सकता है, कौन नहीं

गोमेद रत्न के फायदे और नुकसान

किसी भी व्यक्ति को गोमेद धारण से पहले यह जानना जरुरी है की गोमेद रत्न के फायदे और नुकसान, पहनने की विधि, कौन पहन सकता है, कौन नहीं, जिससे की वह इस रत्न के शुभ और चमत्कारी प्रभाव प्राप्त कर सके।

गोमेद भूरे रंग का एक खूबसूरत और चमकदार राहु का रत्न तो है ही, बल्कि इसको धारण करने से जीवन में अचानक और अप्रत्याशित लाभ भी प्राप्त होते है। इसे विदेशो में (Hessonite) के नाम से पुकारा जाता है। राहु जो की एक राक्षस ग्रह है, कुंडली में इसका शुभ होना बहुत कम रहता है, इसलिए ज्यादातर राहु के दुष्प्रभाव ही देखने को मिलते है। इसका नतीजा होता है, इसका डर होता है जीवन में परेशानियाँ, डर, भ्रम और आर्थिक मुश्किलें।

जन्म कुंडली में राहु एक ऐसा खतरनाक ग्रह है जो जीवन को नर्क बनाने में कमी नहीं करता है, फिर चाहे वह परिवार हो, कारोबार हो, धन हो, स्वास्थय हो या भीख मांगने तक की स्तिथि ही क्यों ना हो।

लेकिन ऐसी स्तिथि में ज्योतिषशास्त्र में राहु की इन्हीं परेशानियों-दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए गोमेद रत्न धारण करना बताया गया है। जो राहु की सभी परेशानियों, आर्थिक परेशानियों और पागलपन को ख़त्म करता है। आइये जानते है गोमेद रत्न पहनने के फायदे | Gomed Stone Benefits in Hindi



गोमेद रत्न के फायदे | Gomed Stone Benefits in Hindi

  • कालसर्प दोष से सुरक्षा देता है
  • कॉन्फिडेंस और निडरता को बढ़ाता है
  • लाइलाज रोगों को दूर करता है
  • पारिवारिक और पति-पत्नी के रिश्तों में खुशहाली लाता है
  • सरकारी, राजनीती, कोर्ट-कचहरी, मिडिया से जुड़े लोगों को प्रसिद्धि दिलाता है
  • दारू या किसी प्रकार के नशे को दूर करता है
  • धन और आर्थिक स्तिथि को संतुलित करता है
  • सामाजिक और मित्रों से रिश्तों को सुधारता है
  • सातवें चक्र (सहस्रार चक्र) को सक्रिय करता है
  • रोजगार और उनत्ति के अवसर प्रदान करता है
  • व्यापार, कारोबार और एक्सपोर्ट में बढ़ने के योग निर्मित करता है
  • बुरे स्वप्नों, पागलपन से दूर करता है
  • भूत-प्रेत, किया कराया, नजर लगने से सुरक्षित रखता है
  • डिज़ाइनर, लेखक, आर्टिस्ट और सिंगर्स को प्रसिद्धि देता है
  • मानसिक संतुलन को बढ़ाता है

गोमेद रत्न के नुकसान | Gomed ke Nuksan

निसंदेह! कुंडली में राहु से बनने वाले बुरे प्रभावों को दूर करने के लिए गोमेद बहुत प्रभावशाली रत्न है, लेकिन गहराई से यह जांचना बहुत जरुरी है की कुंडली में राहु किस तरह से अपने प्रभावों को जनित कर रहा है। जो किस एक योग्य ज्योतिष ही बता सकता है।
अगर बगैर सटीकता से कुंडली जांचे आप गोमेद धारण कर लेते है, तो राहु के अत्यंत भयंकर परिणाम भी आपको झेलने पड़ सकते है। आइये अब यह भी जान लेते है की गलत निर्णय से धारण किये गए गोमेद रत्न के नुकसान | Gomed ke Nuksan क्या हो सकते है।

  • राहु के नकारात्मक ऊर्जा अत्यंत बढ़ जाएगी, भयंकर अशुभ प्रभाव हो सकते है
  • मानसिक पागलपन, अनिद्रा और बुरे स्वप्न हो सकते है
  • अचानक दुर्घटना या असाध्य रोग आ सकता है
  • बड़े आर्थिक नुकसान या कारोबार ख़त्म तक हो सकता है
  • पारिवारिक रिश्ते और वैवाहिक जीवन नष्ट हो सकता है

गोमेद रत्न पहनने की विधि | Gomed Kab or Kese Pahnana Chahiye

राहु रत्न गोमेद एक अत्यंत प्रभावशाली और चमत्कारी रत्न है, जिसे अगर सही परामर्श और धारण विधि से पहना जाये तो व्यक्ति अपने बहुत से कष्टों को दूर करके अचानक प्रसिद्धि और धन प्राप्ति कर सकता है। लेकिन इसे धारण करने से पहले सही विधि, धातु और दिन का पालन करना जरुरी है। तो आइये जानते है, गोमेद रत्न पहनने की विधि | Gomed Kab or Kese Pahnana Chahiye

  • गोमेद साफ, दाग रहित, सुन्दर रंग और चमकदार होना जरुरी है
  • रत्न का वजन 6 कैरट से 10 कैरट तक का होना जरुरी है
  • गोमेद को अष्टधातु की अंगूठी में जड़वाना चाहिए
  • अंगूठी को शनिवार की शाम शुभ मुहूर्त में धारण करना जरुरी है
  • धारण करने से पहले अंगूठी का शुद्धिकरण और सिद्धि अत्यंत जरुरी है
  • “ॐ रां राहवे नमः” का 108 बार मन्त्र जप करना अनिवार्य है
  • अंगूठी को मध्यमा उंगली में ही धारण किया जाना चाहिए
  • रत्न धारण के बाद मंदिर के बाहर किसी गरीब को काले वस्त्र, लोहे का बर्तन दान करें

गोमेद रत्न पहनते समय ध्यान रखने योग्य बातें

कुछ ऐसी बातें है जिन्हें गोमेद रत्न धारण करने के बाद फॉलो करना जरुरी होता है, अन्यथा परिणामों में बहुत सी कमियां या अशुभता आ सकती है। आइये जानते है गोमेद रत्न पहनते समय ध्यान रखने योग्य बातें

  • गोमेद के साथ माणिक्य (Ruby), मूंगा (Coral) और मोती (Pearl) ना पहनें, संतुलन ख़राब जायेगा
  • किसी योग्य ज्योतिष से ही कुंडली परामर्श प्राप्त करें
  • कुंडली में राहु की अशुभता और महादशा का विशेष ख्याल रखते हुए धारण करें
  • गोमेद हमेशा शुद्ध, साफ और रियल होना चाहिए


गोमेद रत्न किसे पहनना चाहिए? | Gomed kise Pehna Chahiye

आइये कुछ पॉइंट्स अब ये भी जान ले की गोमेद रत्न किसे पहनना चाहिए? | Gomed kise Pehna Chahiye, कहीं ऐसा ना हो की आप लाभ के स्थान पर अपनी बहुत बड़ी हानि करवा बैठे।

  • जिनकी राशि वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला और कुंभ है, वह गोमेद धारण कर सकते है
  • अगर कुंडली में राहु पहले, चौथे, पांचवें, नौवें या दसवें भाव में स्तिथ है तो गोमेद धारण कर सकते है
  • कुंडली में उच्च का राहु हो तो गोमेद पहनें
  • राहु की महादशा में गोमेद पहनें
  • शुभ स्थान में राहु नीच का हो रहा हो तो गोमेद पहनें
  • राजनीति, मीडिया, पब्लिक रिलेशन, वकालत से जुड़े है तो गोमेद पहनें
  • मानसिक अशांति, असाधय रोग या अर्थी स्तिथि बहुत खराब है तो कुंडली अनुसार गोमेद पहने

गोमेद रत्न किसे नहीं पहनना चाहिए? | Gomed Kise nahi Pahnana Chahiye

गोमेद एक बहुत चमत्कारी और प्रभावशाली रत्न होने के साथ साथ भिखारी बनाने के लिए भी प्रसिद्ध है, इसलिए इसकी जानकारी होनी भी जरुरी है, आइये जानें गोमेद रत्न किसे नहीं पहनना चाहिए? | Gomed Kise nahi Pahnana Chahiye

  • कर्क राशि और लग्न के लोग गोमेद रत्न से दूर रहें
  • हृदय रोग, उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोग इस रत्न से दूर रहें

गोमेद रत्न से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQs)

गोमेद रत्न किस उंगली में पहनना चाहिए?

मध्यमा (Middle Finger)

गोमेद धारण का दिन

शनिवार (Saturday)

गोमेद की पहचान कैसे करें

सर्टिफाइड गोमेद रत्न ख़रीदे

कितने कैरट का गोमेद पहनें

6 से 12 कैरट का

गोमेद का रंग क्या होने चाहिए

गहरा भूरा चमकदार

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