इस लेख में हम इन 84 रत्नों के नाम और उनके संक्षिप्त विवरण को एक आसान टेबल के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे।
84 रत्नों के नाम: रत्नों का महत्व
रत्नों का उपयोग प्राचीन काल से राजा-महाराजाओं द्वारा ताज, मुकुट और सिंहासन में किया जाता था। इनका संबंध नवग्रहों से जोड़ा जाता है और माना जाता है कि उचित रत्न धारण करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा आती है, स्वास्थ्य बेहतर रहता है और बाधाएं दूर होती हैं। आइये जानें 84 रत्नों के नाम सम्पूर्ण सूची और उनका महत्व
84 रत्नों के नाम की सूची
क्रम | रत्न का नाम | संक्षिप्त विवरण |
---|---|---|
1 | हीरा (Diamond) | चमकीला और सबसे कठोर रत्न |
2 | माणिक्य (Ruby) | सूर्य से जुड़ा लाल रंग का रत्न |
3 | नीलम (Blue Sapphire) | शनि ग्रह का प्रतिनिधि, नीले रंग का |
4 | पुखराज (Yellow Sapphire) | गुरु ग्रह का शुभ रत्न |
5 | पन्ना (Emerald) | बुध ग्रह से संबंधित, हरा रत्न |
6 | गोमेद (Hessonite) | राहु से जुड़ा, शहद जैसा रंग |
7 | लहसुनिया (Cat’s Eye) | केतु ग्रह का रत्न, दूधिया धारियों वाला |
8 | मूंगा (Red Coral) | मंगल ग्रह से जुड़ा, लाल रंग का |
9 | मोती (Pearl) | चंद्रमा का प्रतिनिधि, शांति प्रदायक |
10 | हकीक (Agate) | बहुरंगी रत्न, आत्मविश्वास बढ़ाता है |
11 | टोपाज़ (Topaz) | सौंदर्य और धन को बढ़ाने वाला रत्न |
12 | जेड (Jade) | स्वास्थ्य और सौभाग्य के लिए शुभ |
13 | एमेथिस्ट | तनाव कम करने वाला बैंगनी रंग का रत्न |
14 | कार्नेलियन | ऊर्जा और साहस बढ़ाने वाला |
15 | लैपिस लाजुली | मानसिक स्पष्टता और बुद्धिमत्ता के लिए |
16 | टरक्वॉइज (Firoza) | नकारात्मक ऊर्जा से बचाने वाला |
17 | ओपल (Opal) | सौंदर्य और प्रेम का प्रतीक |
18 | एम्बर (Amber) | प्राचीनतम जैविक रत्न, रोगों में सहायक |
19 | कुनज़ाइट (Kunzite) | प्रेम और भावनात्मक संतुलन के लिए |
20 | क्वार्ट्ज (Quartz) | विविध रंगों में, ऊर्जा संतुलन के लिए |
21 | स्पिनेल | माणिक जैसा दिखने वाला, सौंदर्यवर्धक |
22 | ज़िरकॉन (Zircon) | चमकदार, हीरे का विकल्प |
23 | सूलेमानी हकीक | बुरी नजर से बचाव, सुरक्षा प्रदान करता है |
24 | ब्लडस्टोन | शक्ति और साहस का प्रतीक |
25 | ऐवेन्च्यूरिन | सौभाग्य और अवसरों को बढ़ावा देने वाला |
26 | रेनबो मूनस्टोन | भावनात्मक संतुलन और आंतरिक शांति के लिए |
27 | सुलेमानी | रक्षात्मक और ध्यान केंद्रित करने वाला |
28 | पिंक टोपाज़ | सौंदर्य, प्रेम और सामंजस्य के लिए |
29 | व्हाइट सैफायर | वैकल्पिक हीरा, समृद्धि और आत्मा की शुद्धता |
30 | ब्लू टोपाज़ | संवाद, ईमानदारी और स्पष्टता में सहायक |
31 | ग्रेनेट | जुनून और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करता है |
32 | आयोलाइट | आंतरिक दृष्टि और संतुलन का प्रतीक |
33 | ओब्सीडियन | सुरक्षा और आत्म-संरक्षण के लिए |
34 | मालाकाइट | हृदय चक्र को संतुलित करने में सहायक |
35 | रोडोनाइट | क्षमा और आत्म-प्रेम को बढ़ावा देता है |
36 | सुगिलाइट | मानसिक स्पष्टता और आध्यात्मिकता में सहायक |
37 | मूनस्टोन | स्त्रीत्व और अंतर्ज्ञान का प्रतीक |
38 | आर्कटिक फ्लेम स्टोन | दुर्लभ और ऊर्जा संवर्धक |
39 | लेब्राडोराइट | रचनात्मकता और कल्पना के लिए |
40 | प्रेह्नाइट | उपचार और आत्मा की सेवा में सहायक |
41-84 | रत्न 41 से 84 तक | (इन रत्नों के नाम विभिन्न शास्त्रों और लोक मान्यताओं में भिन्न पाए जाते हैं। इन्हें हम आगे विस्तारित संस्करण में जोड़ सकते हैं।) |
41 से 84 तक के कम ज्ञात या पारंपरिक रत्न
क्रम | रत्न का नाम | संक्षिप्त विवरण |
---|---|---|
41 | स्फटिक (Crystal Quartz) | शुद्धता, ध्यान और ऊर्जा संतुलन के लिए |
42 | अभ्रक रत्न | रोगों से रक्षा और तांत्रिक प्रयोगों में उपयोगी |
43 | तामड़ा (Copper Gem) | ग्रह दोष निवारण और स्वास्थ्य लाभ के लिए |
44 | चंद्रकांत मणि | चंद्रमा की ऊर्जा को संतुलित करने वाला |
45 | सूर्यकांत मणि | सूर्य संबंधी दोषों के निवारण के लिए |
46 | कौड़ी रत्न | तंत्र-रक्षा और धन आगमन में सहायक |
47 | गंधक मणि | तांत्रिक और औषधीय प्रयोग में उपयोगी |
48 | चापल रत्न | आध्यात्मिक जागरण में सहायक |
49 | विद्रुम (कोरल उपजाति) | मूंगे की उपप्रजाति, बल और साहस के लिए |
50 | जलकुंभ मणि | जल तत्त्व से जुड़ी आध्यात्मिकता में सहायक |
51 | गौरोचन रत्न | ध्यान और सत्वगुण को बढ़ाने वाला |
52 | नाग मणि | दुर्लभ और रहस्यमय रत्न, केवल मान्यता आधारित |
53 | सिंह रत्न | शक्ति और साहस का प्रतीक |
54 | पुष्य मणि | समृद्धि और ग्रह दोष निवारण में सहायक |
55 | चित्रा मणि | रचनात्मकता और कल्पना शक्ति के लिए |
56 | अंजन मणि | नेत्र ज्योति और ध्यान में सहायक |
57 | बांस मणि | सौभाग्य और प्राकृतिक ऊर्जा का प्रतीक |
58 | शंख मणि | विष्णु तत्व और समृद्धि का प्रतीक |
59 | समुद्र मणि | जल तत्वीय शांति और संतुलन प्रदान करता है |
60 | वज्रकांत मणि | कठोरता, साहस और नेतृत्व के लिए |
61 | तक्षक मणि | सर्पदोष शांति और तांत्रिक प्रयोग |
62 | गरुड़ मणि | बुरी आत्माओं से रक्षा |
63 | केतकी मणि | रहस्यमयी रत्न, आध्यात्मिक उन्नति में सहायक |
64 | इंद्रनील मणि | उच्च कोटि का नीलम, भाग्य और यश बढ़ाता है |
65 | अर्धमणि | उपरत्नों की श्रेणी में, कम तीव्रता वाले ग्रह दोष निवारक |
66 | हरित मणि | हरित रंग का रत्न, बुध संबंधी समस्याओं में सहायक |
67 | रक्त मणि | लाल रंग का रत्न, रक्तचाप संतुलन और साहस के लिए |
68 | नील मणि | गहरे नीले रंग का रत्न, शनि और केतु दोष निवारण के लिए |
69 | पीत मणि | पीलापन लिए रत्न, गुरु के प्रभाव को सशक्त करता है |
70 | सफेद पुखराज | वैकल्पिक गुरु रत्न, आध्यात्मिक उन्नति के लिए |
71 | काला हकीक | बुरी नजर और शत्रु बाधा से रक्षा करता है |
72 | भस्म मणि | तांत्रिक प्रयोगों और आयुर्वेदिक औषधीय तत्त्व |
73 | रजत मणि | चंद्र तत्व बढ़ाने वाला रजत-शक्ति रत्न |
74 | यश रत्न | प्रसिद्धि और सम्मान प्राप्त करने में सहायक |
75 | शांतिदायक मणि | मानसिक तनाव और अवसाद से राहत देने वाला |
76 | दीप मणि | ज्योतिर्मय ऊर्जा और चेतना विस्तार के लिए |
77 | चंद्रिका मणि | स्त्री शक्ति और सौंदर्य बढ़ाने वाला |
78 | सुरंग मणि | दुर्लभ, शांति और सत्वगुण बढ़ाने वाला |
79 | सुरभी मणि | देवगुणों को जाग्रत करने वाला |
80 | स्वर्ण मणि | समृद्धि और सम्मान का प्रतीक |
81 | रज मणि | मातृ शक्ति और सौम्यता का प्रतिनिधि |
82 | धातु मणि | पंचतत्त्व संतुलन में सहायक |
83 | ध्यान मणि | मेडिटेशन और साधना के लिए उपयोगी |
84 | ब्रह्म मणि | ब्रह्मज्ञान और आत्मबोध में सहायक |
लक्ष्मी नारायण की वेबसाइट:
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